मैंने बसाया था.. तुम्हें अपने दिल में.. भगवान सा.. गुमान था मुझे.. तुम पर बहुत.. मगर क्यों ना हो सका.. तेरी बेवफाई का.. जरा भी भान सा.. क्या करु मैं अब.. तेरे विचार.. बदल सकता नहीं.. तुम्हें तो चाहिये था.. एक शख्स.. बड़ा धनवान सा .. सब्र किया होता.. मैं भी एक.. काबिल इंसान था.. तेरे बारे में.. सोचा बहुत.. सोचने से खुद को.. रोका बहुत.. फिर भी.. आ ही जाता है .. दिल में.. तेरी यादों का.. तूफ़ान सा.. मेरा दिल तो कभी.. तेरा अपना घर था.. खुशियो से भरा भरा.. आज एक खण्डहर है.. वीरान सा.. गलत तू थी कि.. मैं था.. यह हम दोनों के.. दरम्यान था.. चाहत मेरी.. दिल में ही.. दफॅन हो गई कहीं... तेरी बेवफाई से.. उभर ना पाया.. हमारे बीच में आया.. कौन शैतान था.. कदर तूने ना की.. मेरे प्यार की कभी.. ना समझा जो मेरा.. तुझ पर अहसान था .. शोहरत दौलत.. मिले ना मिले.. इस जीवन में.. एक साथी मिले.. प्यारा सा दिलबर.. इंसान सा.. दौलत की.. ख्वाईश को चुना तूने.. चाहे दौलत के पिछे.. छुपा हैवान था....
भक्ति शायरी *⛳हमसे उम्मीद मत रखना की हम कुछ और लिखेंगे..🤕,* हम कट्टर हिन्दू हैं साहब💫जब भी लिखेंगे 📝जय श्री राम लिखेंगे..😇🙏🏻!!* *⚜️"किसी की पहचान की जरूरत नहीं हमें,...😇🙏🏻* *⚜️"लोग हमारा चेहरा देखकर💫 ही जय श्री राम बोल देते हैं..😍🚩!!* * *⛳जय श्री राम🙏🏻🚩* *⚜️"माला से 🌸मोती तुम तोडा ना करो, धर्म से मुहँ तुम मोड़ा ना करो,...😏* *⚜️"बहुत कीमती है (जय श्री राम )का नाम,जय श्री राम बोलना कभी छोड़ा ना करो..😇🙏🏻🚩!!* * *जय जय श्री राम🚩* *🌄भोर सुहानी🌄* *रिश्ते अंकुरित होते हैं प्रेम से.!* **जिन्दा रहते हैं संवाद से.!* *महसूस होते हैं संवेदनाओं से.!* **जिए जाते हैं दिल से.!* *मुरझा जाते हैं गलतफहमियों से.!* **और* *बिखर जाते हैं अहंकार से.!* *🙏 मंगलमय प्रभात 🙏* 😘प्यारे कान्हा...!! तुम्हारी 📸तस्वीर खींची थी मैंने, अब तुम्हारी 📸तस्वीर खींचती है मुझे...!! 🙏🏼 जय श्रीकृष्णा 🙏🏼 🔔♥️🔱♥️🔔 ॐ नमः शिवाय श्री महाकाल भस्मारती श्रृंगार दर्शन ...