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हजारों राहें थीं चलने के लिए संसार में मगर | hindi shayari

  हजारों राहें थीं चलने के लिए संसार में मगर    💞💞💞 💞💞💞 नादाँ ए दिल को एक तुम्हारा ही घर अच्छा लगा... ⭐️⭐️⭐️