तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है. जरा सी बात पर आंखें भीगो के बैठ जाते हो, तुझे अब अपने दील का हाल बताना भी मुश्किल है, उदासी तेरे चहरे पे गवारा भी नहीं लेकीन, तेरी खातीर सीतारे तोड़ कर लाना भी मुश्कील है, यहाँ लोगों ने खुद पे परदे इतने डाल रखे हैं, कीस के दील में क्या है नज़र आना भी मुश्कील है, तुझे जींदगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली, पर एक पल के लिए तुझे भुलाना भी मुश्कील है