सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

हिंदी शायरी लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कभी तो चाँद असमान से उतरे और आम हो जाये

कभी तो चाँद असमान से उतरे और आम हो जाये, तेरे नाम की एक खूबसूरत शाम हो जाये, अजब हालत हुए की दिल का सौदा हो गया, मुहब्बत की हवेली जिस तरह नीलम हो जाये, मैं खुद भी तुझसे मिलने की कोशिश नहीं करूँगा, क्योंकि नहीं चाहता कोई मेरे लिए बदनाम हो जाये, उजाले अपनी यादों के मेरे साथ रहने दो, जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाये |

मरने पे मजबूर कर देती है

ये इसक ही येशी चीज ही जो गम भर देती है, जीने तो देती नहीं मरने पे मजबूर कर देती है.

हसरत है आपको पाने की

हसरत है आपको पाने की , और कोई ख्वाहिस नहीं इस दीवाने की सिकवा तुम से नहीं खुद से है, क्या जरुरत थी आपको इतना खूबसूरत बनाने की. , और कोई ख्वाहिस नहीं इस दीवाने की सिकवा तुम से नहीं खुद से है, क्या जरुरत थी आपको इतना खूबसूरत बनाने की.

हम तोह दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं

गुनाह करके सजा से डरते है ज़हर पी के दवा से डरते है दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हम तोह दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं,

तेरी याद को दिल से लगा के रोया

कभी दिल तो कभी शम्मा जला के रोया, तेरी याद को दिल से लगा के रोया, रात की आगोश में जब सो गई सारी दुनिया, ए सनम चाँद को तेरी तस्वीर बना के रोया.!

रात भर रो न सके

बिखरे अरमानों के मोती हम पिरो न सके तेरे याद में सारी रात हम सो न सके, भीग न जाये आँसुओं में तस्वीर तेरी बस यही सोच कर हम रात भर रो न सके.

कफ़न की ख़ामोशी को शमसान क्या जाने

कफ़न की ख़ामोशी को शमसान क्या जाने, महकते हुए चमन को वीरान क्या जाने, क्यों बरसती है ये बदनसीब आखें, इन आंसुओ की कीमत रेगिस्तान क्या जाने.