*रिपोर्टर* - आपका प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है ? क्यों ? *मच्छर* - सही शब्द इस्तेमाल कीजिये, इसे प्रकोप नहीं फलना-फूलना कहते हैं. पर तुम इंसान लोग तो दूसरों को फलते-फूलते देख ही नहीं सकते न ? आदत से मजबूर जो ठहरे. *रिपोर्टर* - हमें आपके फलने-फूलने से कोई ऐतराज़ नहीं है पर आपके काटने से लोग जान गँवा रहे हैं, जनता में भय व्याप्त हो गया है ? *मच्छर* - हम सिर्फ अपना काम कर रहे हैं. श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कि ‘कर्म ही पूजा है’. अब विधाता ने तो हमें काटने के लिए ही बनाया है, हल में जोतने के लिए नहीं ! जहाँ तक लोगों के जान गँवाने का प्रश्न है तो आपको मालूम होना चाहिए कि “हानि-लाभ, जीवन-मरण, यश-अपयश विधि हाथ’ …! *रिपोर्टर* - लोगों की जान पर बनी हुई है और आप हमें दार्शनिकता का पाठ पढ़ा रहे हैं ? *मच्छर* - आप तस्वीर का सिर्फ एक पहलू देख रहे हैं. हमारी वजह से कई लोगों को लाभ भी होता है, ये शायद आपको पता नहीं ! जाइये इन दिनों किसी डॉक्टर, केमिस्ट या पैथोलॉजी लैब वाले के पास, उसे आपसे बात करने की फ़ुर्सत नहीं होगी. अरे भैया, उनके बीवी-बच्चे हमारा ‘सीजन’ आने की राह देखते हैं, ताकि ...
भक्ति शायरी *⛳हमसे उम्मीद मत रखना की हम कुछ और लिखेंगे..🤕,* हम कट्टर हिन्दू हैं साहब💫जब भी लिखेंगे 📝जय श्री राम लिखेंगे..😇🙏🏻!!* *⚜️"किसी की पहचान की जरूरत नहीं हमें,...😇🙏🏻* *⚜️"लोग हमारा चेहरा देखकर💫 ही जय श्री राम बोल देते हैं..😍🚩!!* * *⛳जय श्री राम🙏🏻🚩* *⚜️"माला से 🌸मोती तुम तोडा ना करो, धर्म से मुहँ तुम मोड़ा ना करो,...😏* *⚜️"बहुत कीमती है (जय श्री राम )का नाम,जय श्री राम बोलना कभी छोड़ा ना करो..😇🙏🏻🚩!!* * *जय जय श्री राम🚩* *🌄भोर सुहानी🌄* *रिश्ते अंकुरित होते हैं प्रेम से.!* **जिन्दा रहते हैं संवाद से.!* *महसूस होते हैं संवेदनाओं से.!* **जिए जाते हैं दिल से.!* *मुरझा जाते हैं गलतफहमियों से.!* **और* *बिखर जाते हैं अहंकार से.!* *🙏 मंगलमय प्रभात 🙏* 😘प्यारे कान्हा...!! तुम्हारी 📸तस्वीर खींची थी मैंने, अब तुम्हारी 📸तस्वीर खींचती है मुझे...!! 🙏🏼 जय श्रीकृष्णा 🙏🏼 🔔♥️🔱♥️🔔 ॐ नमः शिवाय श्री महाकाल भस्मारती श्रृंगार दर्शन ...