उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको.. और हम उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं..!! तरक्की मिल रही है शायरी में हमें , तुम्हारा जिक्र मंहगा बिक रहा है!! नफरत नहीं करूंगा तुमसे, बस अनजान हो जाऊंगा... 🤩🤩 ▄︻╦芫≡══-------➖ मैं ख्वाब देखना छोड रहा हूँ तुम हकीकत हो तो लौट आना एक दिन यूँ ही उम्मीद दिलाते है जमाने वाले, कब लौट कर आते है छोड़कर जाने वाले ❣️ ❣️❣️ तुम्हारी आंखें पढ़ कर, हमने ग़ज़लें सीखी है, तुम्हारी मोहब्बत से, हमने शायरी सीखी है, जिक्र तुम्हारा करता भी नहीं, फिर भी लोग पूछते हैं, उसका नाम तो बताऊं, जिससे तुमने यह बाते सीखी हैं। तंग नहीं करते हम उन्हें आजकल, ये बात उन्हें तंग करती है।। मोहोब्बत है, तो शिकायत किस लिए? मोहोब्बत नहीं, तो शिकायत किस'से ? ❣️❣️❣️ ये क्या तुम फिर से ख़यालों में आ गए..! सुबह, सुबह हमको कोई काम नहीं क्या..! तेरी खामोशी में मेरी मोहब्बत बोलती है..... तेरे नाम के सजदे में..मेरी इबादत बोलती है रिश्ता ये कैसा...तेरा मुझसे..................... जिंदगी तेरी है और सांसें मेरी चलती हैं.....।❣️ ज़हर तो बिना मतलब के ही बदनाम ह...