शुभ-भव्य ने..
आकाश को गौर से निहारा..
सबसे चमकते सितारे को..
प्यार से पुकारा..
आ गया गोद में वो..
प्यारा सितारा..
जिसे था पुकारा..
कभी प्यार से..
गगन में जब तारों को..
एक टक देखा था..
सबसे चमकता तारा..
लगा हमे बेटा सा..
बेटा हमारा ये ही हो..
सोचा था ..
पलक झपकते ही..
सपना सच हुआ..
वो सितारा..
धरती पर प्रगट हुआ..
हुये खुशी से ..
शुभ-भव्य..
भाव विभोर ..
तारा बना अपना..
बाल किशोर ..
ऐसे बेटे पर कुर्बान..
बेटा बेटा बोलते..
थकती नहीं जुबां..
नाना-नानी..
उड़ चले आकाश..
इस सितारे की..
उन्हें भी थी आश..
घर में फैला चारों ओर..
इस तारे का प्रकाश..
नाना नानी का..
अमरिका दौरा रंग लाया.. 
नातू की खुशी का..
रंग हर ओर बिखराया ..
नाना नानी..
फुले नहीं समाते हैं..
यह तारा हमारा दिल का तारा..
कहते नहीं आघाते हैं..
परी गौरी..
प्यारे भैय्या के..
स्वागत को है आतुर..
अपने हिस्से का प्यार..
मात पिता का..
किया नन्हें  भैय्या पर निसावर..
मम्मी पापा..
तुम भैय्या को करो प्यार..
मैं सह लूँगी..
अपने प्यार को और बढ़ा..
अपने नन्हें भैय्या को दूंगी..
मैं भी तो परी थी..
आसमान से अवतरित..
तुम्हारी गोद में..
आन पडी थी..
अपने इस तारे भैय्या को..
कहकर आई थी..
आना जल्दी आना..
चमकती हुयी खुशियां लाना..
वादा तारे ने निभाया है..
मेरा प्यारा भैय्या बन आया है..
किस्सा सितारे के..
आगमन का मशहूर हुया..
चर्चा सब दूर हुआ..
दादी , परदादी ,ताया तायी ..
मामा मामी,  सब तारे से..
अपना रिश्ता बताते इतराते हैं ..
यह तारा हमारा..
यह तारा हमारा ..
अधिकार जताते हैं..
कुछ दिनों में..
बड़ा हो तारा बोलेगा..
अपनी शरारतों से..
सबका मन मोह लेगा..
नाम मात पिता का..
सूरज सा चमकायेगा ..
सबके भाग्य में..
उज्जवल प्रकाश लाएगा..
गौरी को होगा नाज भैय्या पर..
भैय्या भी गौरी को..
अपनी बहना पा इतरायेगा..
शुभम-भव्य  का..
यह आलोकिक गुलदस्ता..
सारा घर सदा बाग सा..
महकता ..
दादी नानी के परिवारों को..
होगा सदा इनपर नाज ..
शुभ-भव्य को मिला कर..
किया था इस बाग का आगाज..
हमारे बाग के..
फूल हैं ये अनमोल आज..!!
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कविता की विवेचना:  
हमारा प्यारा सितारा/Hamara Pyara Sitara kavita की प्रेरणा प्यारी चिरंजीवी जोड़ी शुभम -भव्व्या के चांद सा पुत्र रत्न होने के शुभ अवसर पर लिखी गई और नवीन नन्हें सितारे को समर्पित है. 
हमारी लाखों दुआएँ नये मेहमान को हैं, और पूरे परिवार को इस शुभ अवसर पर ढेर सारी शुभ कामनाएँ.
कविता "हमारा प्यारा सितारा "के माध्यम से हम भी इस पावन खुशी में शामिल हो गौराविंत महसूस करते हैं. 
हमारा इस सितारे को ढेर सा प्यार और चांद सूरज सी चमक की शुभकामनाये और सारे परिवार को ढेर सारी 
बधाइयां.
 ..इति..
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