दिया की राज दुलारी ..
सबकी प्यारी अमृता ..
जीवन जिसका अमृत सा..
चंचल नटखट..
हँसे बोले चटपट..
सबको बना ले अपना..
सच हो उसका हर सपना..
तितली सी उडती फिरे..
सबका चित हरे..
जन्म दिन इस तितली का आया..
रंग बिरंगी खुशिया लाया..
चाँद सितारे खुशी से चमके..
खुशिया लाये भर भर के..
उपहारों सी होड़ सी आयी..
हँसी खुशी से स्वीकारे..
हमारी छोटी अमृता तायी..
चारो ओर खिले हैं फूल..
महके सारे गगन की धूल..
बहना मौसी ताई मासा..
नाना नानी भाई चाचा..
सारे दे जन्म दिन की बधाई ..
सारे चेहरों पर मुस्कान आई..
सारे मिल तेरा जन्म दिन मनाये..
यह दिन सालों बार बार आये..
मनोकामना जो भी हो तेरी..
अक्षरता हो पूरी ..
कोई भी उमंग ना रहे अधुरी..
तू रहे सदा हँसती खिलखिलाती ..
कभी ना आये..
तेरे चेहरे पर उदासी..
तितली सी भरे जीवन की उडारी..
गगन छुने की हो तैयारी..
हर कोई तेरे दीदार को तरसे..
धन दौलत सदा तुझ पर बरसे..
सबसे पाये तू स्नेह प्यार दुलार..
खुशियो का हो तुझे उपहार..
दिल की साफ़ मन की अच्छी..
अमृता तू है बहुत अच्छी बच्ची..
बड़ो का आशिष..
और छोटों का स्नेह प्यार..
देखो तेरे लिये केक है तैयार..
चलो जल्दी से काटो केक..
सबको खिलाओ तुकडा एक..
यह शुभ दिन सबको भाया है..
तेरे ओज तेज की माया है..
भगवान से ले लो आशिष..
झुका उनके क़दमों में अपना शीश ..
हो सदा तेरा भला..
आये तुझे जीवन की हर कला..
सफ़लता मिले आसमान से ऊंची..
जो भी तूने है मन में सोची..!!
Jpsb blog 
कविता की विवेचना:
जन्म दिन तीतली का /Janm din titalee ka कविता एक मासूम बच्ची के उमंगों और खुशियो से भरे जन्म दिन के शुभ और पावन अवसर पर लिखी गई है. 
बच्चे मन के सच्चे लगते सबको अच्छे और उन अच्छे बच्चो में भी कुछ खास बच्चे होते हैं जिनपर भगवान की अनुकंपा और विशेष आशीर्वाद होता है और ये बच्चे विशेष रूप से सबका मन मोह लेते हैं और उनसे विशेष लगाव हो जाता है उनमें से ही है  परी अमृता, जिसके जीवन में नाम अनुकूल जीवन अमृत भरा सा. 
सभी जानने वालों में अत्यंत लोकप्रिय चहेती सबकी प्यारी बेटी 
सभी बढ़ चढ कर अपना स्नेह प्यार और आशिष देना चाहते हैं. 
सभी बहुत ही उत्साह  चाव से इस प्यारी बच्ची का जन्म दिन मनाते हैं .ढेरों दुआएँ और शुभकामनाये देने की होड़ सी मची है. 
"जन्म दिन तीतली का " कविता लेखक ने दिल की गहराई से लिखी है, लेखक की भी वह बच्ची है, लेखक का आशिष स्नेह और दुआएँ दिल की तह से प्राकृतिक रूप से निकली हैं. 
और लेखक की पाठकों से विशेष प्रार्थना है की आप भी बच्ची के जन्म दिन के अवसर पर अपनी शुभ कामनाएँ आशिर्वाद दे.महसूस  करे  ,आपकी अपनी बच्ची में आपको अमृता का प्रतिबिंब दिखेगा और आपका दिया आशिष आपकी लाडली को भी लगेगा. 
लेखक शुभकामनाएँ और शुभ आशिष सभी पाठकों की बच्चियों के लिए भी है. 
कृपया कविता को पढे और शेयर करें. 
..इति..
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 Author is a member of SWA Mumbai 
Copyright of poem is reserved 
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