आज बरसात हो रही है
बूँदें लगातार बरस रहीं हैं
मौसम में ठंडक का
एहसास होने लगा है
ज़मीन पर गिरती बूँदें
एक धुन पिरो रहीं हैं
जो विशुद्ध कुदरती हैं
पत्तियों पर गिरती
बूँदों की धुन
दिल को राहत पहुंचाने वाली
सुकून दे रही हैं
हल्की हल्की हवाएँ भी
चल रही हैं
जिससे बारिश लहरा रही है
कभी तेज कभी धीमी हो रही है
जैसे कोई लहर
चढ़ती और उतरती है
जिससे सुकून और भी
बढ़ता जा रहा है
इस सुकून से बहुत ही
नरम से
सुख का एहसास हो रहा है
दिल दिमाग जिस्म जेहन
में ताजगी समा रही है
दिल कह रहा है
जब तक ऐसी बारिश हो
यूँ ही बैठा रहूँ अपने साथ
आँखे बंद करके
इस सुकून में जीता रहूँ