Two Line Shayari in Hindi :- here is best collection of awosum two line shayari in hindi on life, two line shayari for love, two line sad shayari, two line shayari romantic, short hindi shayari etc.
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बचपन से आज तक मैं यही सीखता रहा हूँ,
कलियों से खिलखिलाना, फूलों से मुस्कुराना..
टूट जाये ना कही प्यार के नाज़ुक रिश्ते,
वक्त ज़ालिम है हर इक मोड़ पे टकराएगा।
ये मोहब्बत भी एक नायकी है,
आओ दरया में डाल आते है
सदिया है के गुजरी ही चली जाती है नाज़िश,
लम्हे हैं के इक उमर से चुप चाप खड़े है..
मौज़ में खेलना तो सागर का शौक है,
लगती है कितनी चोटे उस किनारे से पूछो।
मेरे किस्से शहर-ऐ-बाज़ार उछाले है उसने,
जिसके हर-एक-बात छुपाई है मैने
करते है मेरी कमियों को बया ऐसे,
कि लोग अपने किरदार में फरिस्ते हो जैसे
Latest Two line Shayari in hindi on life
फासले इस कदर है अपनों के रिस्तो में,
जैसे मकान खरीदा हो किस्तों में..
ये कश्मकश है ज़िन्दगी में कैसे बसर करे
पैरो को काट फेके या चादर बड़ी करे
टूट कर भी धड़कता रहता है,
दिल सा कोई वफ़ादार नहीं देखा..
अपनी लहू से फूल खिलाने के वास्ते,
हर मक़्तल-ऐ-वफ़ा में पुकारा गया हूँ मैं..
अभी तो खुश्क बहुत है मौसम, बारिश हो तो सोचेंगे
हमें अपने अरमानो को किस माटी में बोना है..
ये रहज़नो की बस्ती है चले चलो चुप चाप,
डरा हूँ ऐसा के मुड़ के न रास्ता देखूं
एक उमर का साथी छूटा है मुद्दत का सहारा टूटा है,
दिल ठहरते ठहरते ठहरे गा सबर आते आते आएगा
Two line Shayari in hindi on life
तारिख हज़ारों साल में बस इतनी सी बदली है,
तब दौर था पत्थर का अब लोग ही पत्थर के है..
यहाँ सब खामोश है कोई आवाज नहीं करता,
सच बोलकर कोई,किसी को नाराज नहीं करता।
मेरे इरादे मेरी तक़दीर बदलने को काफी है,
मेरी किस्मत मेरी लकीरो की मोहताज नहीं।
मेरे हिस्से में किताबें न खिलौंने आये,
खाव्हिश-ऐ-रिज़्क़ ने छीना मेरा बचपना मुझसे..
जो आता है ख़ुशी की इंतेहा पर,
बहुत रोये थे उस आँसू की खातिर..
कितनी मुश्किल से फलक पर नज़र आता है,
ईद का चाँद ने भी अंदाज़ तुम्हारे सीखे..
जहाँ कोई बिछड़ जाये वहीं पर उस की मंज़िल है,
किसी के साथ चलने से मुसीबत कम नहीं होती।
Umra Bhar ka Sath, Two line Shayari in hindi
कौन देता है उम्र भर का साथ
लोग तो जनाजे में भी कंधे बदलते रहते है।
दिन तो इस शहर की रौनक में गुजर जाता है..
याद कुछ लोग सर-ए-शाम आते है
पत्थर का खुदा पत्थर के समान, पत्थर के ही इंसान पाए है
तुम शहर-ऐ-मोहब्बत कहते हो, हम जान बेच कर आये है
एक मुद्दत बाद मिली कैद से आज़ादी..
पर जब मिली आज़ादी, तो पिंजरे से प्यार हो गया
दिल के फ़फ़ोले जल उठे सीने के दाग़ से
इस घर को आग लग गए घर के चिराग से
फरिस्ते से बेहतर है इंसान बन,
मगर इस में लगती है मेहनत ज्यादा..
सुना है किसी से वफ़ा कर रहा है वो,
ऐ ज़िन्दगी ख़ुशी से कहीं मर ना जाऊं मैं..
2 लाइन शायरी इन हिंदी
शोक-ऐ-सफर कहाँ से कहाँ ले गए हमे,
हम जिस को छोड़ आये मंज़िल वोही तो थी।
चोटियाँ छू कर गुजरते है,बरसते क्यों नहीं,
बादलो की एक सूरत आदमी जैसी भी है।
क़ब्र में होगा ठिकाना याद रख,
आएगा ऐसा भी ज़माना याद रख।
सोचता हूँ के अब अंजाम-ऐ-सफर क्या होगा,
लोग भी काँच के हैं,राह भी पथरीली हैं..
आज इंसान का चेहरा तो है सूरज की तरह,
रूह में घोर अँधेरे के सिवा कुछ भी नहीं..
बैठ जाता हूँ ख़ाक पर अक्सर,
अपनी औकात अच्छी लगती ही।
यहाँ तहज़ीब बिकती है, यहाँ फरमान बिकते हैं,
ज़रा तुम दाम तो बढ़ाओ, यहाँ ईमान बिकते हैं..
Buland hathon me, Two line Shayari in hindi on life
बुलंद हाथों में ज़ंजीर डाल दीये थे
अजीब रसम चली है दुआ न मांगने की
बात का रुख बदल देते हो चेहरा देख कर
हम तो सीधी बात कहते है ख़फ़ा कोई भी हो
बहुत इस को बुलाता हूँ,बहुत समझाता हूँ लेकिन
ये आयने में बैठा शख्स बाहर क्यों नहीं आता
रखते है जो औरो के लिए प्यार का जज़बा
वो लोग कभी टूट कर बिखरा नहीं करते
मैं न जुगनू हूँ, ना दिया हूँ, ना कोई चाँद
फिर रौशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यों हैं..
अपनी हार पर इतना सुकून था मुझे,
जब उसने गले से लगाया जितने के बाद।
इंसान तो हर घर में जन्म लेते है,
लेकिन इंसानियत कही-कही जन्म लेती है।
best two line shayari in hindi
बचपन ही अच्छा था मुस्कान तो सच्ची थी
अब हर पल गम छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है
हर पल में प्यार है, हर लम्हे में खुशी है,
खो दो तो याद है, जी लो तो ज़िन्दगी है।
अब अक्सर आईने में अपना चेहरा ढूंढ़ता हूँ
हम ऐसे तो नहीं थे, तूने जैसा कर दिया है।
ले दे के अपने पास फ़क़त-ऐ-नजर तो है,
क्यों देखे ज़िन्दगी को किसी के नज़र से हम..
सिर्फ जिन्दा रहने को ज़िंदगी नहीं कहते ,
कुछ ग़म इ मोहब्बत हो, कुछ ग़म जहाँ का हो।
ज़िन्दगी एक दुकान खिलौनों की..
वक्त बिगड़ा हुआ सा बच्चा है।
जिस डोर में ज़िदो को हो मरने की तम्मना,
उस डोर में जाने का मजा और ही कुछ है।
Har Shas Ki Kimat, Two line Shayari
ज़िन्दगी का कोई एहसान नहीं है मुझ पर,
मैंने दुनिया में हर एक साँस की कीमत दी है।
ज़िन्दगी है या कोई तूफान है,
हम तो इसे जीने के हाथों मर चले।
भरे बाजार से मै कई दफा खाली हाथ आया हूँ,
कभी पैसे नहीं होते तो कभी ख्वाहिस नहीं होती।
नज़रो में दोस्तों के जो इतना खराब है,
उसका कसूर बस इतना है की वो उनसे ज्यादा कामयाब है।
ज़िंदगी जिस को तेरा प्यार मिला वह जाने,
हम तो नाकाम रहे चाहने वालों की तरह।
इस तरह लूट लिया शेयर-ए-तमन्ना ने हमे,
ज़िन्दगी भी छीन ली ,और जान से मारा भी नहीं।
मेरे पाऊँ की ज़ंजीर है ज़िंदगी
सांस बे-रब्त झंकार है और क्या
Two line zindagi Shayari
वही कारवां, वही रास्ते, वही ज़िंदगी, वही मरहले
मगर अपने मक़ाम पर कभी तुम नहीं, कभी हम नहीं
हम तेरे आरज़ू में जीते हैं
ये नहीं है तो ज़िन्दगी नहीं।
हज़ार रंग भरे ज़िंदगी के हर लम्हो में
तेरे बग़ैर ये तस्वीर मुकमल ही नहीं।
वो बचपने की नींद तो अब खराब हो गई ,
क्या उमर थी के रात हुई और हम सो गए।
क्या बताऊँ किस तरह अब कट रही है ज़िन्दगी
मेरी हर एक साँस एक तलवार है तेरे बग़ैर
ग़रज़ के काट दिए ज़िंदगी के वो दिन
दोस्त वो तेरी याद में हों या तुझे भूलने में।
डरता हूँ कहने से के मोहब्बत है तुमसे,
मेरी ज़िन्दगी बदल दे गा, तेरा इक़रार भी,इंकार भी
Kisi aur Ki zubani, Two line Shayari on life
ये इनायतें गज़ब की, बला की मेहरबानी
मेरी खैरियत भी पूछी तो किसी और की ज़ुबानी
मेरा कारनामा-ए-ज़िन्दगी मेरी हसरतों के सिवा कुछ नहीं,
यह किया नहीं, वो हुआ नहीं, यह मिला नहीं,वह रहा नहीं।
तन्हाईयाँ कुछ इस तरह से डसने लगी मुझे!!!
मैं आज अपने पाओं की आहत से दर गया..
तस्वीर से किसी के मैं ने की है गुफ्तगू बरसों
रही है इक तस्वीर-ए-ख़याली बरसों।
साबित कदम वो रहते थे हर हक़ की बात पर
सजदा खुदा का करते थे खंजर की धार पर।
सबसे पसंदीदा खिलौना हैं हम उस तकदीर के
वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए।
तरक्की की फसल, हम भी 'काट' लेते,
थोड़े से तलवे अगर 'हम' भी चाट लेते।
2 लाइन शायरी हिंदी में
जब घर से उठ खड़े हुए तो फिर पूछना ही क्या?
मंज़िल कहाँ से पास पड़ेगी,कहाँ से दूर..
जो लोग जान बूझ के नादान बन गए.
मेरा ख्याल है की वो इंसान बन गए।
जो वो हमराह था, बाहिर था समझ से अपनी..
अब नहीं है तो मुक़द्दर के बराबर वो था
जब गुलिस्ता में बहारों के क़दम आते हैं
याद भूले हुए यारो के करम आते हैं.
कास मिल जाये कभी ख्वाब की ताबीर मुझे..
आंख खुलते ही तुझे सामने बैठा देखूँ।
तुम्हें भूलने में हमें कुछ वक़्त लगेगा जानम
और वही कुछ वक्त हमारी ज़िन्दगी है..
वो हाथ कुछ अजीबसे लगते है किसी के हाथों में..
जीन हाथों की चूरिया कभी टूटी थीं मेरे हाथों में।
Unki Ankhon me, Two line Shayari in hindi on life
बे-खबर तुझे क्या खबर तेरी आँखों में कैसा जमाल है,
तुझे देख ले जो बस एक नज़र उस की आँखों में फिर ये सवाल है।
मन की हम हैं उजड़े हुए शहर की मिसाल
मगर ऑंखें बता रही हैं के वीरान तुम भी हो।
बस यही आदत उसकी मुझे अच्छी लगती है..
उदास करके कहता है नाराज़ तो नहीं हो न..
दिल उदास है बहुत कोई पैग़ाम ही लिख दो
तुम अपना नाम न लिखो,गुम-नाम ही लिख दो..
उसके हर सपने को पूरा करने की ज़िद थी मेरी
उसने आज़ादी मांगी और मैंने खुद को मिटा दिया।
ये और बात है के उस से वफ़ा हो न सकी
पर जो उसने किये थे.. वो वादे कमाल थे..
गुज़र जाएगी ज़िन्दगी उस के बगैर भी
वो हसरत-ऐ-ज़िन्दगी है शर्त-ऐ-ज़िन्दगी तो नहीं।
Naam Dua Rakha hai, two line shayari hindi
भूल न जाऊ माँगना तुझे हर नमाज़ के बाद
यही सोच के हमने नाम तेरा दुआ रखा है
हमें तो मौत से प्यार है ज़िन्दगी का क्या फ़ायदा
ज़िन्दगी तो वो जीते हैं जिन्हें दोस्त मिला करते हैं..
क्या बुरा है की मैं इक़रार-ऐ-मोहब्बत कर लू..
लोग वैसे भी तो कहते हैं गुन्हा-गार मुझे।
जिस कस्ती के मुक़द्दर में हो डूब जाना
तूफान से बच भी निकले तो किनारे रूठ जाते है।
वह बेवफा ही सही आओ उस का ज़िकर करें
अभी तो उम्र पड़ी है उसे भुलाने के लिए।
हवा जब सर्द पत्तो को जुदा शाखों से करती है,
तो हमे तुम से बिछड़ जाना बहुत ही याद आता है।
ज़िन्दगी तो अपने ही कदमो पे अच्छी लगती है दोस्त
औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं
Zindagi Tu hi Bta, two line shayari
ज़िन्दगी तू ही बता कैसे तुझे प्यार करू ?
तेरी हर सुबह मेरी उम्र घटा देती है।
ना जाने क्यों गले से लिपट कर रोने लगा जब हम बरसो बाद मिले,
जाते हुए जिस ने कहा था.. की तुम जैसा लाखों मिलेंगे..
किसी मोड़ से शुरू करें आ फिर से ज़िन्दगी
हर जहाँ हसीन थी, हम तुम थे अजनबी.
किताबो से दलीलें दूँ, या खुद को सामने रखूँ..
वो मुझसे पूछ बैठा मोहब्बत किस को कहते है।
इन बादलो का मिज़ाज मेरे मेहबूब से बहोत मिलता है
कभी टूट के बरसते हैं,कभी रूखी से गरज जाते है।
उदासियों में जीना आदत बन गयी है
जिन से उम्मीद थी याद रखने की वह ही भूल गये हैं
लम्हो में क़ैद कर दे जो सदियों की चाहतें..
हसरत रही की ऐसा कोई अपनभी तलबगार हो..
Apni Khamosi, two line shayari
अपनी खामोशी की रिवायत उसने सदा कायम रखी
बिखरा भी तो ये न बताया की वजह क्या हैं।
नसीब का खेल भी अजीब तरह से खेला है हमने..
जो न था नसीब में उसी को टूट कर चाह बैठे
ये दुनिया एक लम्हे में तुम्हे बर्बाद कर देगी
मोहब्बत अगर मिल भी जाये तो उसे मशहूर मत करना।
उसकी जीत से होती है खुशी मुझ को
यही जवाब मेरे पास अपनी हार का था।
हौसला तुझको ना था मुझसे जुदा होने का
वरना काजल तेरी आँखों का न फैला होता।
रहबरों से जब शोर-ऐ-रहबर भी छीन गया
अब यहाँ आज़ादी-ऐ-दौर एवं आया तो क्या!!
तुम मुझे कभी दिल कभी आँखों से पुकारो..
ये होठों के तक़ल्लुफ़ तो ज़माने के लिए है।
एक नाम क्या लिखा तेरा साहिल की रेत पर
फिर उम्र भर हवा से मेरी दुश्मनी रही
शिद्द्ते ऐ गम को तब्बसुम से छुपाने वाले..
दिल का राज़ निगाहों से आया होता है।
सायद इक ये भी मोहब्बत का अटल कानून है..
दुश्मनी शिद्दत से हो जाती है याराने के बाद.
यूँ किस तरह काटेगा कड़ी धुप का सफर?
सर पर ख़याले-ए-यार की चदार ही लें
ये फूल अपनी लताफत की दाद पा न सका
खिला ज़रूर मगर खिल कर मुस्कुरा न सका..
ये और बात है साक़ी के मुझे होश नहीं,
वरना मैं कुछ भी हूँ, एहसान फरामोश नहीं..
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