हर रात बेचैनी, हर दिन है परेशानी। (Har Raat Bechaini Har Din Hai Pareshani)
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हर रात बेचैनी, हर दिन है परेशानी,
तुझे छोड़ के आना निकली मेरी नादानी।
Har Raat Bechaini, Har Din Hai Pareshani,
Tujhe Chodd Ke Aana Nikli Meri Nadani.
तू अब भी पुकारे है मुझको ही शायद,
सुनते हैं जो दिवार-ओ-दर वही आवाज़ पुरानी है।
Tu Ab Bhi Pukare Hai Mujhko Hi Shayad,
Sunte Hain Jo Diwar-o-Dar Wahi Aawaaz Purani Hai.
हर एक फ़साने को अंजाम दिया मैंने,
अब तक रही अधूरी वो तेरी-मेरी कहानी है।
Har Ek Fasane Ko Anjaam Diya Maine,
Ab Tak Rahi Adhuri Wo Teri-Meri Kahani Hai.
कोई नहीं था जब तन्हाई बनी हमदम,
बेबसी की मेरे किस्से दुनिया सुने उसकी ज़ुबानी है।
Koi Nahin Tha Jab Tanhai Bani Humdam,
Bebasi Ki Mere Kisse Duniya Sune Uski Zubani Hai.
मैं नहीं आया तो, तुम भी तो नहीं आए,
इंतज़ार के लम्हों में बीती जाए जवानी है।
Main Nahin Aaya To, Tum Bhi To Nahin Aaye,
Intezaar Ke Lamhon Mein Beeti Jaaye Jawani Hai.
बेचैनी (Bechaini) - Uneasiness ; नादानी (Nadani) - Mistake ; फ़साने (Fasane) - Stories ; ज़ुबानी (Zubani) - Told by Someone.